Chamatkari Hathi Story in Hindi - चमत्कारी हाथी

Chamatkari Hathi - एक गांव में एक रोहन नाम का आदमी रहता था। उसके साथ में पत्नी और दो बच्चे थे। रोहन के पास एक खेत का टुकड़ा था। उसी से उसका रोजी-रोटी चलता था।


Chamatkari Hathi Story in Hindi - चमत्कारी हाथी


Chamatkari Hathi Story in Hindi - चमत्कारी हाथी

एक दिन वह अपने खेत का सिचाई कर रहा था। शाम होने को आया, अभी भी पूरा खेत का सिचाई नहीं हो पाया था। अब रात हो चुकी थी, उसी समय प्रकाश ही प्रकाश दिखाई दिया। वो उस प्रकाश को देख, उस तरफ बढ़ा।

जब जाके देखा तो एक सफेद हाथी सामने खड़ा था। वो उसे देख कर चौक गया। कुछ देर के बाद, वो हाथी उड़ने लगा। रोहन उस हाथी के पूछ में जा लटका।

हाथी के साथ-साथ रोहन भी आकाश में उड़ने लगा, कुछ देर बाद वो हाथी स्वर्ग जा पंहुचा। वहां रोहन देखा कि चारो तरफ सोना,चाँदी, हीरे और जबाहरात से भरा पड़ा है। रोहन ने वहां कुछ सोने के सिक्के उठाये और हाथी के पूछ में लटक कर वापस आ गया।

जब वह घर पंहुचा तो पत्नी बोली - आज बहुत देर हो गई।

रोहन - हां।

पत्नी ने उसे खाना खिलाया और जाके सो गई। रोहन अगले सुबह उन सोने के सिक्को को बेच कर पैसे ले आया। उसने अपने सारे जरुरी चीजे खरीद लिया और घर लेके आया। पत्नी ये सब देख बोली - पैसे कहा से लाये हो।

रोहन - तुम काम से काम मतलब रखो।

चमत्कारी हाथी

पत्नी चुप हो गई। इसी तरह उसे जब पैसो की कमी होती वो उस हाथी के साथ जाके सोने या चाँदी ले आता। धीरे-धीरे रोहन का रहन-सहन बदलने लगा। जिससे गांव वालो को इसपे शक हुआ कि ये इतने पैसे लता कहा से है।

एक दिन गांव के कुछ लोग इसे घेर लिए और इस कामयाबी का कारण पूछा। पहले तो उसने बताने से टाल-मटोल करने लगा, लेकिन बाद में सब बताना पड़ा।

अब सबने मिल के वहां जाने का तय किया। शाम में वो हाथी आया और एक उसके पूछ में और बाकि उसके पीछे पकड़ चलने को तैयार हो गए। हाथी उड़ने लगा। सबलोग चर्चा करते जा रहे थे कि तुम कितना सोना वहां से लेके आओगे।

सबलोग जवाब भी दे रहे थे। अब जो सबसे आगे पूछ पकड़ के लटका था उससे पूछा कि तुम कितना लाओगे तो वो पूछ छोड़ के हाथ फैला के बताने लगा इतना। हाथ छोड़ते ही सारे के सारे निचे गिर के मर गए।

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